सब डोमेन ( Subdomain ) यह शब्द आपने जरूर सुना होगा, अगर आपके एक वेबसाइट या ब्लॉग चलाते हैं, लेकिन अगर आप सब डोमेन ( Subdomain ) के बारे में नहीं जानते हैं तो आपके इसके बहुत सारे फायदे नहीं ले पायेगें इस पोस्ट में हम जानने वाले हैं सब डोमेन ( Subdomain ) क्या होता है और इसके क्या फायदे होते हैं तो आईये जानते हैं सब डोमेन क्या है - What is a Subdomain in Hindi
सब डोमेन क्या है - What is a Subdomain in Hindi
सब डोमेन ( Subdomain ) को समझने के लिये पहले आपको समझना होगा कि डोमेने क्या होता है डोमेन आपकी वेबसाइट का नाम होता है जैसे www.mybigguide.com यह हमारी वेबसाइट का नाम है यह आपकी साइट का मुख्य पता या Web Address होता है और जिस System से Domain को चलाया जाता है उसे डीएनएस (DNS) कहते हैं डोमेने के बारे में अधिक जानकारी के लिये यह पोस्ट पढ सकते हैं - डोमेन नेम क्या है
एक पूरा डोमेन नेम तीन भागोंं में बंटा होता है -
- टॉप लेवल डोमेन (Top level domains) यानि TLD
- सेकेंड लेवल डोमेन (Second level domains) यानि SLD
- सब डोमेन (Subdomain)
उदाहरण के लिये हम WWW.MYBIGGUIDE.COM को लेते हैं -
यहां तो .COM है वह इस Domain Name का टॉप लेवल डोमेन (Top level domains) यानि TLD है जिसके बारे में हम डोमेन नेम क्या है पोस्ट में बता चुके हैं और इसमें जो MYBIGGUIDE है वह इस Domain Name का सेकेंड लेवल डोमेन (Second level domains) यानि SLD है और आपको जानकर आश्चर्य होगा कि सबसे पहले जो WWW है वह है आपके Domain Name का सब डोमेन ( Subdomain ) है इसे कुछ लोग child domain के नाम से भी जानते हैं लेकिन इसका क्या काम है और इसका क्या फायदा है चलिये यह भी जान लेते हैं
सब डोमेन ( Subdomain ) का इस्तेमाल आपकी वेबसाइट के लिये एक सब पेज बनाने के लिये किया जाता है आप इसे अपनी वेबसाइट की एक ब्रांच भी कह सकते हैं जहां कुछ अलग तरह का सामान मिलता है, आप सब डोमेन ( Subdomain ) को एक अलग वेब एड्रेस की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं अगर आप कोई एजूकेशनल साइट चलाते हैं और आपको उसे के लिये कोई ब्लॉग या फोरम बनाना हो तो आप सब डोमेन ( Subdomain ) का इस्तेमाल कर सकते हैं, यह बिलकुल एक डोमेन की तरह की काम करता है
इसके बारे में कुछ रोचक तथ्य जान लेते हैं -
- WWW एक सब डोमेन है लेकिन इसे आप कभी सब डोमेन ( Subdomain ) की तरह अपनी साइट पर इस्तेमाल नहीं कर सकते हैं
- सब डोमेन के लिये आपको कोई पैसा नहीं देना होता है
- एक डोमेन के अंदर 100 Subdomains एड कर सकते हैं
- सब डोमेन ( Subdomain ) multiple levels का हो सकता है
- एक ही डोमेन के खर्चे में आप कई वेबसाइट चला सकते हैं
आप जो Google के blogspot.com पर Blog बनाते हैं फ्री वाला जिसमें Blog के नाम के पीछे हमेशा blogspot.com लगा रहता है असल में आपको blogspot.com पर सब डोमेन ( Subdomain ) ही दिया जाता है
उदाहरण के लिये हम Google को लेते हैं इसका मुख्य डोमेन है www.google.co.in लेकिन google ने जब Google Map लांच किया तो इसके लिये google.co.in के सब डोमेन ( Subdomain ) का इस्तेमाल किया गया आप केवल https://maps.google.co.in/maps पर जाकर गूगल मैप खोल सकते हैं इस प्रकार गूगल के कई साइट गूगल के सब डोमेन ( Subdomain ) पर चल रही हैं -
- images.google.com
- mail.google.com
- news.google.com
- video.google.com
- groups.google.com
- docs.google.com
- translate.google.com
आप देखेंगे कि इसका डोमेन गूगल ही है लेकिन सब डोमेन ( Subdomain ) अलग है और उस पर साइट भी दूसरी खुलती है
इसके अलावा कुछ लोग कई भाषाओं में वेबसाइट बनाते हैं यह साइट तो अलग-अलग होती है लेकिन उनको सबडोमेन के आपस में जोड दिया जाता है इसके उदाहरण के लिये हम wikipedia की बात करते हैं, wikipedia का मेन डोमेन www.wikipedia.org है लेकिन इस पर कई भाषाओं में आर्टीकल लिखे जाते हैं अब वो आपस में मिक्स न हो जायें इसलिये यहां पर भाषा के अनुसार सब डोमेन ( Subdomain ) बनाये गये हैं -
- अंग्रेजी के लिये - en.wikipedia.org
- हिंदी के लिये - hi.wikipedia.org
यहां wikipedia का नाम भी नहीं बदला और भाषा के हिसाब से कई वेबसाइट भी बन गई जिन्हें अलग-अलग मैनेज किया जा सकता है
तो इस तरह आप सब डोमेन ( Subdomain ) का इस्तेमाल कर अपनी यूजर्स को नया अनुभव दे सकते हैं
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