आपने अपने मोबाइल में Google वॉइस इनपुट को जरूर इस्तेमाल किया होगा यह इसके कीबोर्ड में फंक्शन दिया गया होता है जहां पर आप बोलकर टाइप कर सकते हैं इसके अलावा आप Google ट्रांसलेट में भी बोल कर टाइप कर सकते हैं यह जो सिस्टम है इसे वॉइस इनपुट रिकग्निशन सिस्टम (Voice Input Recognition System) कहते हैं आइए जानते हैं यह किस प्रकार काम करता है और क्या होता है - What is the Voice Input Recognition System
क्या होता है वॉइस इनपुट रिकग्निशन सिस्टम - What is Voice Input Recognition System
असल में वॉइस इनपुट रिकग्निशन सिस्टम एक इनपुट डिवाइस के साथ में काम करता है जिसमें एक माइक्रोफोन की मदद से आपकी आवाज को पहचानता है और स्क्रीन पर टाइप कर देता है यानी यह आपकी आवाज को इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल्स (Electronic signals) में कंवर्ट कर देता है और एक पैटर्न बनाता है इस पैटर्न को कंप्यूटर में पहले से स्टोर किए गए पैटर्न से मिलान करके देखा जाता है और अगर वह पैटर्न किसी शब्द से उत्पन्न हुई आवाज के पैटर्न से मेल खाते हैं तो वह शब्द वहां पर टाइप कर दिया जाता है पहले से स्टोर किए गए पैटर्न के सेट को सिस्टम शब्दावली (system terminology) कहते हैं इस शब्दावली को बनाने के लिए सिस्टम में पहले से काम किया जाता है यानी एक शब्दावली बनाई जाती है उसमें ढेर सारे लोगों की आवाज के Pattern तैयार किए जाते हैं यदि कोई शब्द है उसको कई सारे लोगों से बार-बार बुलावाया जाता है और जो सबसे क्लोज मैच होता है उसको उस शब्द का पैटर्न तैयार कर लिया जाता है और जब आप कोई भी दोबारा उस शब्द को बोलता है तो कंप्यूटर उसे तुरंत पहचान लेता है और टाइप कर देता है यह तकनीक वॉइस रिकग्निशन के नाम से जानी जाती है
आज Voice Recognition Technology की वजह से ढेर सारे काम हो रहे हैं इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि इसके प्रयोग से थकान कम होती है क्योंकि मौखिक निर्देश दिए जाते हैं कीबोर्ड की अपेक्षा कम थकाउ होते हैं आवाज से डाटा एंट्री करने की स्पीड तेज होती है क्योंकि आप बोलने के साथ में टाइप करते हैं इसके साथ में काम करने पर यूजर को स्वतंत्रता का अनुभव होता है आप कहीं नहीं घूमते फिरते हुए अपने डेटा को एंटर कर सकते हैं कुछ विशेष परिस्थितियों में यूज़र के हाथ जब व्यस्त होते हैं तो वह Computer system में बड़े आराम से डाटा इनपुट कर सकता है इसका प्रयोग सिक्योरिटी में भी किया जा रहा है यूजर पहचान करने के लिए, इसके अलावा शारीरिक रूप से विकलांग व्यक्तियों के लिए भी यह सिस्टम वरदान के समान है यदि किसी व्यक्ति के हाथ नहीं है तब भी वह कंप्यूटर पर काम कर सकता है टाइप कर सकता है उसको कमांड दे सकता है मोबाइल फोन में भी इस तकनीक का काफी उच्च स्तर पर इस्तेमाल किया जा रहा है आप केवल बोलने से ही मोबाइल में किसी को मैसेज भेज सकते हैं कॉल कर सकते हैं और उसके कई सारे फंग्शन का इस्तेमाल सकते हैं इसके अलावा आप घर में भी वॉइस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी पर आधारित डिवाइस आने वाले हैं, जहां पर आप बोलने भर से ही अपने घर की लाइट को ऑन कर पाएंगे एसी चला पाएंगे पंखा बंद कर पाएंगे, यह सारी चीजें वॉइस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी पर ही आधारित है
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